Sunday 29 January 2017

चरज आई सोहागी माँ की

.                         ।। चरज ।।

.                   आई श्री सोहागी आई

      गाम- सोहागी, जीलो- बाड़मेर, राजस्थान,
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राग- आई सतमां सवायां, माता धमणीमां समाया
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        आद्यशक्ति अनुरागी, आई सती थया सोहागी
   भय मृत्युनो दीधो त्यागी, ...रे सुहागी माड़ी...(१)टेक

        मैईयानो घोड़ो मागी, सोंढे सतने दीधुं त्यागी
       उर अवळी रढ लागी, ... रे सोहागी माड़ी...(२)

       सोढाये सदबुध्धी न लीधी, घोड़ानी चोरी कीधी
  मांडणजीऐ गळे कटारी दीधी, ...रे सोहागी माड़ी...(३)

        जोगमाया माँ जोराळी, बैठा छो आसन वाळी
      दीधां दोऊ पखां उजाळी,... रे सोहागी माड़ी...(४)

          माये कोप भारी कीधो, सोढाने श्राप दीधो
       जागीरी थी उथापी दीधो, ...रे सोहागी माड़ी...(५)

          सदभक्ति आई आपो, माँ जपुं तमारा जापो
         सुखसांति चित स्थापो, ...रे सोहागी माड़ी...(६)

          देव 'अमर' गुण गावे, आई सुहागीने रिझावे
          हरदम हैयामां लावें, ...रै सोहागी माड़ी...(७)
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उपरोक्त माहिती- श्री शंकरदानजी कविराज मेहड़ू  सोहागी
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