वर्षा ना बिंदू थ्या खारा...... !
चोगरदम संभऴाय छे नौबत नगारा ,
चीमनी चलम धूमाडियां अंधारा
धरा तणा नर थ्या ऩठारा ....
वर्षा ना बिंदू थ्या खारा .... !
आकाशे वादऴ नी बेठक बोलावी,
ना वरसो आ वरसे थ्यो खरडो
पवने तो वहेंच्या छे ईच्छित ईलाका ने,
ओझोन ना उर पर उजरडो .
वादळ नी पूणी ने पींखे पींजारा !
वर्षा ना बिंदू थ्या खारा !
मोरला ना मिसकोले मेह नहीं आवे,
एम पंखी नी नात ने संदेशो ....
देखाडी ठाठमाठ...
Sunday, 24 June 2018
Sunday, 17 June 2018
पिता की सीख
|| पिता की सीख ||
स्वमान के मायने क्या होते हैं?
खुशी के ठिकाने कहाँ होते हैं?
तूं कब जान पायेगा बेटा?
तूं कब बडा होगा बेटा?
न मिले गर दाना -पानी ,
मिले जग की परेशानी,
थकान हो गर तन में,
मुस्कान रख तूं मन में....
अपना हैं वो जाये ना,
जाये वो ना हो अपना बेटा....
तूं कब बडा होगा बेटा?
ये चकाचौंध देख रहे हो?
ये लंबी लाईन देख रहे हो?
मुफ्त मे क्या मिलता हैं?
खुद-ब-खुद क्या खिलता...
Saturday, 16 June 2018
वर्षा नी राह जोतो मोरलो
वर्षा नी राह जोतो मोरलो.....
कंईक विरह नी आग मां.....
प्रजळी रह्यो छे......
समय नां एंधाण एनी प्रतिक्षा नी पांख ने कोरी खाय छे....
भेखड अने धार भरखवा माटे धाय छे....
सूको पवन वादळ दूर-दूर सुधी न होवानी चाडी खाय छे,
ए शुष्कता नी दीवासऴी विरह नी ज्वाळा पेटावे छे.....
वड नां दांतण वीणवा आवेल देवीपूजक नी होंकली मांथी नीकळतो धूमाडो सहेज-सहेज मोरला नां आषाढी अंग ने थथरावे छे..... गळे डूमो बाज्यो होय तेम...