।।रचना:- घोडी ने श्रद्धांजली।।
।।कर्ता:- कवि आनंद महेडुं।।
।।छंद:- दोहरो।।
----------------------------------------------
देवंगी देवतत्व वाऴी,
वेगवंती नखराऴी,
लांबी फाळवाळी,
जलदी जाड थनारी....
आफत माथे आड थनारी.....
थाकेला नी विहामो....
भांगतल नी भेरू...
अमारी व्हालसोयी
घोडी चांदली ए सूर्यलोक भणी
अनंत नी वाटडिये डाबा मांड्या छे......
तो दिवंगत ने काशपराउत सुरज डाडो एने साता आपे ए प्रार्थना
चाहक...