मेरे पड़ दादा स्वर्गीय क्रांतिकारी श्री अजित सिंह जी गेलवा मेरोप को किया सम्मानित,
#26jan को सोनलधाम मढडा जूनागढ़ में भजनान्दी फ़ाउंडेशन द्रारा आयोजित भव्य चारण शक्क्ति दर्शन प्रोग्राम में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के सभी चारण शाहिद क्रांतिकारियो के परिवार जन एवं उनके वंशजों को सम्मानित किया ,
मुजे बड़ा गौरवान्वित महसूस हुआ की मेरे पड़ दादा स्वर्गीय क्रांतिकारी राजकवि श्री अजित सिंह जी गेलवा ने...
Friday, 12 April 2019
माता चामुंडा का त्रिभंगी छंद
माता चामुंडा का त्रिभंगी छंद
कवि दुला भाया "काग"
॥दोहा॥
चंड मुण्ड मारण सगत, वारण धर विकराळ।
कोप खडग धारण करी, कारण असुरां काळ॥1॥
॥छंद त्रिभंगी॥
कर रुप कराळं, नहद नताळं, भगतां भाळं, विकराळं।
डं डाक डमाळं, कोप कमाळं, बाज बताळं, पडताळं।
खटके ललखाळं, जोम भुजाळं, त्रोडण ताळं तिण तुंण्डा।
खडगां धरखंडा, असुर उतंडा, भय भ्रेकुण्डा, चामुण्डा।
जिय चोटीला री चामुंडा जय सुंधा वाळी चामुण्डा॥ 1 ॥
कोपां नभ कडकत,...
सेजकसिंहजी गोहिल द्वारा धनराज महेडू किं प्रशस्ति में लिखा गया गीत | ई. स. १२६०
गलमाल थीये छोगाला गढ़वी
वाचा बल वाळाय वमल
रज रज रखी करें रोशाळा
काळा मूंछाळाय कमल|
*- सेजकसिंहजी गोहिल द्वारा धनराज महेडू किं प्रशस्ति में लिखा गया गीत | ई. स. १२६० 🙏�...
आदरणीय ईश्वर दान जी भाई...- आसुदानजी मेहड़ु
आदरणीय ईश्वर दान जी भाई...
आ घणा बधा दोहा अने सोरठा
रावलदेवो ना कहेला छे...कालींजर, कालुझर एकज नाम नगरपारकर टाऊंन जेना पड़खे वसेलो हतो ते...ड़ूगर कालींजर पारकर नी ओलखाण,
गर्व अने छेवटे सोढाओए शरण पण कालींजर मां ज लिधी हती।
कहावत छे..." कालींजर मां सवा सेर सोनो उपजे... एटले मध, गूगल तथा वांनकी वांनकी ना वृक्षो जेने आपणे सागवान थी वधारे गणियें तोय खोटो नहीं एवी
वनस्पती ए सिवाय जे पत्थर छे ए तो एवो...
चाळकनेची आवङ वंदना**
**चाळकनेची आवङ वंदना**
*बाढाणे बङ देस में,चाळकनो इक गाम।
धोरा धूणी तापता,आवङ माँ रो धाम।।1।।
*कैर कंकैङी बोरङी,खैजङ जाळ वणीह।
आवङ मावङ चारणी,धोरा धाप धणीह।।2।।
*सिन्ध में रहता साहुवा,कुळ चारण कविराय।
मांड बसाई मावङी,थळवट धोरा मांय।।3।।
मादा रा सुत मामङा,सगत भगत हिंगळाय।
सगत पीढ हद सांतरो,सिन्ध बलुचा मांय।।4।।
*बंड सेठ इक बांठियो,मामङ मोसो दीन।
पुत्र विहुणा पांपळा,कांई करणो जीण।।5।।
*भरम भगत रा राखजो,लिजिय...