श्री शकरदानजी महेडु जाड़ावत
*स्व: श्री शकरदानजी महेडु जाड़ावत
पिता :- श्री भेरूदानजी
जन्म :- ग्राम- जैथलिया,
तहसील- तोडारायसिह,
जिला- टोक, राजस्थान,
जन्म तिथि :- वि.स. 1986 भाद्रपद शुक्ला सप्तमी.
शिक्षा:- ग्रामीण चटसाल
व्यवसाय:- जनसेवा
स्वर्गवास:- वि. स. 2043 आषाढ सुदी बीज.
टोक जिले की टोडारायसिंह तहसील की पंचायत खरेडा के निरंतर 13 ( तेरह ) वर्ष तक सरपंच रहे। पंचायत के गावो में घर घर घूम कर जन सहयोग जुटाया जिससे खरेड़ा में सेकण्डरी स्कूल भवन तथा सेतीवास में ठाकुरजी के मंदिर का निर्माण सम्भव हो सका।
टोडारायसिंह तहसील मुख्यालय स्थित श्री करणी मंदिर को सद्रप्रयाश का ही सुखद परिणाम रहा है।
*"ओळू री ओळीया"*
श्री शकरदानजी सा महेडु जाड़ावत महेडु जैथलिया
इस्ट काव्य इतिहास विद, कुळ चाहू गुण कोस।
उण शकर ने देव अब, खलक हूत लिय खोस।।
जडावत जग मेह, पुरसारथ तिहु पाविया।
मुगती रे मग मेह, पग खाता दीधा परा।।
जडावत जोगोह, शकर निज पुरखा समो।
शिव-लोक गो सोह, वाल्हा ने विलखावतो।।
खरा गुणा री खाण, शकर तू शकर खरिस।
सो गुण जग सरसाण, ऐकर सो वळ आवजे।।
उण शकर ने देव अब, खलक हूत लिय खोस।।
जडावत जग मेह, पुरसारथ तिहु पाविया।
मुगती रे मग मेह, पग खाता दीधा परा।।
जडावत जोगोह, शकर निज पुरखा समो।
शिव-लोक गो सोह, वाल्हा ने विलखावतो।।
खरा गुणा री खाण, शकर तू शकर खरिस।
सो गुण जग सरसाण, ऐकर सो वळ आवजे।।