भालाळे पाबू भलां , कमध निभायो कौल ।
ओ मिनखो अनमोल , शूर कही आ शामळा ।।
मीठा मीर डभाल
उपरोक्त दूहो फेसबुक माथे पोस्ट कियां बाद सुहागी रा शक्तिदानजी मेहड़ू अर मीठा मीर डभाल रे बीच में हुई वार्तालाप
मीठा मीठै मीर, गुण पाबू रा गावेया!
भालाळो ले भीर, अबखी मैं आवै अवश?
कमधज पाबू जो कही , सो पाळी सिरदार ।
आप होय असवार , सरगां पूग्यो शामळा ।।
मीठा मीर डभाल
वेदू रा पाळै वचन, (ऐ) रजपूतां री रीत!
देवल सगती ने दिया, पाबू कौल स प्रीत?
अटल नेम राखण इसा , हुवे न भूप हमेश ।
जनमे पाबू जेहड़ा , नामी कोय नरेश ।।
मीठा मीर डभाल
कमधज वेदू कारणे , कियो शीश कुरबान ।
भूल्यो कौल न भूपती , जिका सत्य कर जान ।।
मीठा मीर डभाल
कवियों रे वचनां कजू ,साको किय समराथ!
पाबू रचायो प्रथी पै, भालै सू भाराथ?
देवल जो नह देवती , पाबू हाथ पमंग ।
अमर न होत कमध उत्त , सेंधव रे कज शामळा ।।
मीठा मीर
झगड़ां मैं के झूझया, जकां नही जग जांण!
पाल लड्यो कज पांथूआं, प्रसिद्ध दुनि परमांण?
पी दारु परवारयां , करतों रहे कंकास ।।
उणरो जस इतिहास , संग्रहे नांहि शामळा ।।
मीठा मीर डभाल
ढळे पड़ै के ढोलियै ,सड़तां मरै शरीर!
वेदू कज इक वीर, पाबू नै पूजै प्रथी?
दमा रोग हुय देह में , मांदों होय मरन्त ।
कोय न याद करंत ,शूर दान बिन शामळा ।।
मीठा मीर डभाल
वोट तणो आयो वखत, ताकत रो नह तोल!
दमा खांसी दारूडीया, मळै न मांघै मोल?
वोटां राज विगाडयो , लोक हुआ लाचार ।
मेहनत बिना धन मिळे ,ऐह सब रहे उच्चार ।।
मीठा मीर डभाल
अबळा सो सबळा अबै, नबळा हुआ नरां!
पड़्या रहै पिछवाड़ मैं, कितरो सोच करां?
आगे नह अबळा हती , सबळा हती सदाय ।
भवानी असुर भरखती , आप सगत झट आय ।।
मीठा मीर डभाल
सबळा होवण सगत रो, कदियक पड़तो कांम!
वसुन्धरा रै वखत मैं, हालत करी हरांम?
माया खातिर मुलक में , नरां छोड़यो नेम ।
हाकम जद औरत हुवे , कुशळ आवसी केम ?
मीठा मीर डभाल
जीन्स पैन्ट पैरै जबर, ऊघाड़ी अरधंग?
वंश विगाड़ण वनीयता, रंग हो रांणी रंग?
मरजादा रख मेहळा , नरां न ताकत नार ।
हीण नजर दुनिया हुवे, (तो) वधे जद व्यभिचार ।
मीठा मीर.डभाल
भलकारा भूरी भणै, जाटां तणी जमात!
रजपूतौ रै राज में, कैम रहै कुशळात?
राज न हाथों राजनां , अब जूठी सब ऐह ।
तेगां ठौड़ ज ताळियां ,
तुरत बजावे तेह ।।
मीठा मीर डभाल
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